अगर आपको सरकारी नौकरी पानी है और आप मुझ से पूछे की सबसे आसान तरीका क्या है तो में कहूंगा— 'लगे रहो'
इसका मतलब लगे रहो मुन्नाभाई से कतई नहीं है। हा हा हा । देखिए मै आपको इसको आसान शब्दों में समझाता हूं। जब आप तैयारी में जुटे होते है तो आपके मन मे कई तरीके के प्रश्न उठते है जो स्वाभिक है। जैसे में आपको एग्जाम्पल देता हूं:
1. क्या मुझे ये मिल सकती है।
2. अरे यार इस वैंकेसी को तो बहुत लोगो ने भरा है मेरा नहीं होगा इसमें।
3. कम्पीटिशन बहुत है। रहने दो।
4. इसमें तो केवल पैसा खिलानें वालो का ही सलेक्शन होता है।
5. घर वालों का प्रेशर बहुत है।
6. पड़ौसियों ने परेशान कर रखा है। चलो प्राईवेट ही कर लेते है।
7. कोैन मेहनत करे।
8. बहुत कम सीटें है। रहने दो।
9. बहुत टाईम हो गया है । अब नही होगा। छोड़ो।
10. कोचिंग वालो का ही होता है।
ऐसे कई प्रकार के प्रश्न उठते है। मेरे भी उठे थे। पर ये सब स्वभाविक है। सबके मन में उठते है यह प्रश्न। आप को में एक—एक प्रश्न का जवाब दूंगा। आप बस मेंरे साथ चलिए मैं आपको सरकारी नौकर बना कर ही छोडूंगा। बस मैं एक चीज ही कहूंगा आप सब साथियों को कि
'लगे रहो'
मिलते हैं अगली पोस्ट में। अच्छा लगे तो कमेंट कर देना साथियों। धन्यवाद।
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